Zainab Zainab Lyrics
ख़ैमों में अलम आया, अलमदार ना आया
शब्बीर ने ज़ैनब को ये ही नौहा सुनाया
दरिया पे मारा गया
तेरा अलमदार ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब.. ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब.. ज़ैनब
टूटी है मेरी कमर ज़ैनब लुट गई सरकार ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब ज़ैनब
दरिया पे मारा गया
तेरा अलमदार ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब ज़ैनब
हाथों में कूज़ा लिए बैठे हैं प्यासे
है सबको आस ज़ैनब उस बा-वफ़ा से
मुंह हमसे मोड़ गया ग़ुर्बत में छोड़ गया
दिल मेरा कहता है अब जीना है बेकार ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब ज़ैनब
दरिया पे मारा गया
तेरा अलमदार ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब ज़ैनब
कहती थी मेरी बच्ची आएगा पानी
उसको सुना दो ज़ैनब ग़म की कहानी
मारा गया सक़्क़ा कुनबा रहा प्यासा
प्यासों पे हो गया क़ुर्बान वो सालार ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब ज़ैनब
दरिया पे मारा गया
तेरा अलमदार ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब ज़ैनब
मश्क ए सकीना छिदी कट गए शाने
कैसे ज़मीं पर आया अल्लाह ही जाने
गुर्ज़ था सर पे लगा आंख में तीर भी था
उठना चाहा तो ना उठ पाया वो जर्रार ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब ज़ैनब
दरिया पे मारा गया
तेरा अलमदार ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब ज़ैनब
दरिया पे जब मैं पहुंचा लाशा उठाने
की थी मुझसे वसीयत उस बा-वफ़ा ने
लाशा ख़ैमों में मेरा आक़ा लेकर ना जाना
ये कह के छोड़ गया मुझको वफ़ादार ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब ज़ैनब
दरिया पे मारा गया
तेरा अलमदार ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब.. ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब.. ज़ैनब
मुझ पे चलेगा ख़न्जर ख़ैमे जलेंगे
चादर छिनेगी तेरी बाज़ू बंधेंगे
सबका ग़मख़्वार होगा, मेरा बीमार होगा
अब तक अब्बास था, अब तू ही है सालार ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब.. ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब.. ज़ैनब
दरिया पे मारा गया
तेरा अलमदार ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब.. ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब.. ज़ैनब
मौला का नोहा था ये फ़रहान ओ मज़हर
फ़र्श ए अज़ा बिछाओ ऐ मेरी ख़्वाहर
पाओ अब ज़ेरे अलम बर्पा करें मातम
हम हैं उस बा-वफ़ा के पहले अज़ादार ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब ज़ैनब
दरिया पे मारा गया
तेरा अलमदार ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब ज़ैनब
ज़ैनब ज़ैनब ज़ैनब